Recently, I wrote a poem. It title is 'काले बादल'. This Poem I dedicate to my Lovely Friend Mahirpari Goswami. In this poem I wrote Both name, Some special kind of key words etc. I Would like share with you.
काले बादल गरजते रहे और तड़पते रहे,
अपनी बिजली से दुसरो पर बरसते रहे,
लोगोने मुझे जानने की कैशिश भी नही की,
साधू बन कर हम अपना पागल पन दिखाते रहे,
हमतो हार बेठे अपनी जिंदगी और विवेचक बनते रहे,
प्यार सीखाने वाले को हम सदीओ से ढूंढते रहे,
हमतो सोच रहे थे की हमारा कुछ नही हो सकता,
उस काले बदलो के बिच एक कबूतर दिखाई दिया,
उसके साथ उड़ने में हो गया माहिर,
और प्यार के पन्ने में मेरा नाम दिखाई दिया,
न जाने कहा से आया एक तूफान जिंदगी में,
मुझे और उस प्यारी जान को बिखर के रख दिया,
वो तो परदेस बन की भूल गई हमको,
और उसने हमें वही डोर पर ला के खड़ा कर दिया,
प्यार किया हमने कैसे भूल सकते हम,
वो बेवफा ने हमें तड़पन में धकेल दिया,
हम तो जी लेगे जिंदगी तुम्हारे प्यार के बल पर,
तुम भी तड़प उठोगी हमारी बे-जान ख़ुशी देख कर।।
💐💐💐💐💐💐💐💐💐
સૌરઠ તણા કુંડલેથી ગોહિલવાડમાં આયજો,
ભૂમિ પાવન એવા કૃષ્ણકુમારસિંહજી પ્રણામહો,
રહિયો મુસાફિર એટલો મનમાં મુંજાય જો,
બાવાની તો લત લાગી માહિર તેના નામ હો ..
💐💐💐💐💐💐💐💐💐
💐💐💐💐💐💐💐💐💐
સૌરઠ તણા કુંડલેથી ગોહિલવાડમાં આયજો,
ભૂમિ પાવન એવા કૃષ્ણકુમારસિંહજી પ્રણામહો,
રહિયો મુસાફિર એટલો મનમાં મુંજાય જો,
બાવાની તો લત લાગી માહિર તેના નામ હો ..
💐💐💐💐💐💐💐💐💐
💐M.D💐
28 Feb 2018
Super poem ...👏
ReplyDeleteKeep it up.... 👍
Thanks for sharing.... 😊
Thank you zankhana for reading my poem
DeleteWell written poem and very well described the pain of loneliness
ReplyDeleteThank you hema
Deleteक्या बात ........!!!!!!
ReplyDeleteबहुत खूब फरमाया जनाब ...... ☺👌👍
Thank you Pathak saheb
DeleteVery well written....
ReplyDeleteyou have described your emotions through the heart touching words..😊👌👌
Thank you Rudrika for reading my poem.
DeleteAs you say this is not my feeling and emotions words. This poem I wrote for #Mahirpari Goswami. Some key words has been given by Mahir and I depiction on a poem.
Whatever it is.
I heartly thanks to you to Read carefully and concluded very deeply.